इमेज कैप्शन, मुंशी प्रेमचंद की कहानियां 'मानसरोवर' नामक संग्रह में प्रकाशित हुई हैं. ....में
नैतिक शिक्षा – जो दूसरों के दर्द को समझता है उसे दुःख छू भी नहीं पता।
साधु की पुत्री - हितोपदेश की प्रेरक कहानियां
बहुत-से लोग यहाँ-वहाँ सिर लटकाए बैठे थे जैसे किसी का मातम करने आए हों। कुछ लोग अपनी पोटलियाँ खोलकर खाना खा रहे थे। दो-एक व्यक्ति पगड़ियाँ सिर के नीचे रखकर कम्पाउंड के बाहर सड़क के किनारे बिखर गए थे। छोले-कुलचे वाले का रोज़गार गर्म था, और कमेटी के नल मोहन राकेश
सबसे अच्छा घर – The Best Residence Of All Hindi – A guide that could encourage and teach future architects about different sorts of properties and what types of properties are suited to a certain put.
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हिंदू धार्मिक समाज की जाति व्यवस्था पर यह कहानी एक गहरी मार्मिक आधुनिक टिप्पणी की तरह है, जो आज और अधिक प्रासंगिक हो उठी है.
सुरीली दोनों गीदड़ को अपने सिंघ से मार-मार कर रोक रही थी।
Jointly, they’ll find out the correct methods And the way it might shield them from finding Unwell. Critique: “Simple to read and have an understanding of! Something I might go through to my son!” – Mum or dad This guide is …
दिन बीतते गए और मोर पर्याप्त सुविधाओं के साथ एक महान जीवन व्यतीत करता था। धीरे-धीरे उनका अभिमान आसमान पर पहुंच गया। का संगी अपना अधिक समय मोर के साथ बिताती थी, परिणामस्वरूप वह अपनी गर्मी से पृथ्वी को गले नहीं लगा पाती थी। धरती ठंडी होने लगी और जंगल के जानवर बीमार और उदास रहने लगे। हर समय बारिश होने लगी, सब कुछ तबाह हो रहा था और पृथ्वी पर कोई खुशी नहीं बची थी।
is usually a renowned Hindi poem composed with the famous Indian poet Harivansh Rai Bachchan. It translates to “Your house of Wine,” as well as the poem is usually a metaphorical exploration of everyday living’s journey from the allegory of a tavern. In this particular literary masterpiece, Bachchan utilizes the metaphor of a tavern to symbolise the varied stages and experiences of life. The verses are rich in symbolism, touching upon themes of joy, sorrow, really like, plus the transient character of existence.
सुरीली और मृगनैनी की जान आज उसके परिवार ने बचा लिया था।
वह कौन-सा मनुष्य है जिसने महा-प्रतापी राजा भोज महाराज का नाम न सुना हो! उसकी महिमा और कीर्ति तो सारे जगत् में व्याप रही है, और बड़े-बड़े महिपाल उसका नाम सुनते ही काँप उठते थे और बड़े-बड़े भूपति उसके पाँव पर अपना सिर नवाते। सेना उसकी समुद्र की तरंगों राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद
Picture: Courtesy Amazon Initially posted in 1943, the novel is an epic tale that spans various millennia, tracing the cultural and historic evolution more info of Indian civilisation. The narrative unfolds inside a series of interconnected stories, adhering to the life of figures who stand for different epochs, from your Vedic period of time to the fashionable period. The title “Volga Se Ganga” symbolically backlinks two big rivers, the Volga in Russia and the Ganga in India, to spotlight the interconnectedness of human civilisations throughout geographical boundaries.